इम्तियाज जलील और काफिला लाखों गाड़ियां करोड़ों लोग

इम्तियाज जलील और काफिला: लाखों करोड़ों की तादाद में लोग पहुंचे मुंबई इतनी तादाद में इतनी शांति के साथ रैली ले जाना खुद में काबिले तारीफ है इम्तियाज जलील ने संविधान को आगे रखकर रामगिरी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की और शांति के साथ रैली निकाली और मुंबई पहुंचे हालांकि बीच में थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हालत बिगड़ने नहीं दिए।

अभी हाल ही में कुछ समय पहले रामगिरी महाराज ने इस्लाम के बारे में और (मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ंके बारे में अनाप-शनाप शब्द कहे इससे उनकी मानसिकता का पता चलता है कि वह दूसरे धर्म का मन कर रहे हैं और लोगों को एक गलत मैसेज पोछ रहा है ऐसे में सवाल उठता है सलमान अजहरी ने सिर्फ एक शेर कहा था जिस पर उन पर मुकदमा हुआ और वह 1 साल से जेल में है इससे भेद भाव का पता चलता है और इस सरकार की मानसिकता का की किस तरह वह धर्म में भेद-भाव का जहर घोल रही है जब

रामगिरी के खिलाफ 60 से ज्यादा (एफ-आई-आर) हो चुकी है तो फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई 60 FIR gyan karo news

रामगिरी के खिलाफ 60 से ज्यादा (एफ-आई-आर) हो चुकी है तो फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ऐसे में मुंबई पुलिस के साथ-साथ सरकार तेजी सवाल उठता है।

इम्तियाज जलील ने कहा

सरकार जानती है महाराष्ट्र के अंदर जो हरकत हो रही है वो सरकार द्वारा ही चलाई जा रही है पुलिस का कैसे इस्तेमाल किया जा रहा है बहुत दुर्भाग्य के साथ ये कहना पड़ रहा है आज महाराष्ट्र में जो जाति धर्म और मजहब की दीवारें खड़ी की जा रही है जो दंगा भड़काने की कोशिशें की जा रही है जो स्टेज के ऊपर खुलेआम मुसलमानों को गालियां दे रहे हैं यह धमकी दे रहे हैं।

कि हम मस्जिदों में घुस घुस कर मारेंगे तो क्या यह के के क्रिमिनल एक्ट नहीं है क्या इसके ऊपर कारवाई नहीं होनी चाहिए नहीं हो रही है इस वजह से हमने यह फैसला किया कि हम मुंबई तक जाएंगे और महाराष्ट्र की सरकार विशेष मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे साहब जिन्होंने उस रामगिरी का समर्थन करते हुए यह कहा था कि।

(तुझे केशला ही हम हाथ लाऊ देनार नहीं मंजे)

इसका मतलब यह है कि जो मानसिकता इस रामगिरी की है वही मानसिकता लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अगर काम कर रहे हैं तो हम उन्हें य एहसास दिलाने के लिए जा रहे हैं कि यह दे देश चलेगा तो कायदे के हिसाब से यह राज्य चलेगा तो कानून के हिसाब से चलेगा यहां पर आप संविधान के हिसाब से कार्य करिएगा उसमें इस तरीके से किसी एक जाति एक धर्म के हिसाब से काम मत करिएगा।

साथ ही साथ हम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी यह बताने के लिए जा रहे हैं महाराष्ट्र का फाइ-नेस्ट पुलिस ऑफिसर होने के बावजूद भी कोई पुलिस वाला काम करने के लिए तैयार नहीं एक्शन लेने के लिए तैयार नहीं है इसलिए नहीं लेने के लिए तैयार है कि इनके मायबाप जो है जो मुख्यमंत्री है वह आके कह है कि नहीं इसको कुछ करना नहीं है इसको इसके बाल को भी धक्का लगना नहीं चाहिए जब उन्होंने कह दिया है तो उनके नीचे के जो प्यादे है वो स्टेज के ऊपर खड़े रहकर मुसलमानों को हर रोज गालियां दे रहे हैं तो हम सिर्फ अकेले मुसलमान जा रहे हैं ऐसा नहीं है मैं

आपको यह बताऊं कि हमारे हिंदू समाज के एक हमारे भाई और बहन ने उन्होंने 100 गाड़ियां इसके अंदर शामिल कराए

अपने पैसों से उ उने 100 गाड़िया इसके अंदर शामिल करवाए है और सिर्फ उन्होंने यह कहकर करवाए है कि महाराष्ट्र के अंदर जो चल रहा है वह कायदे कानून संविधान के हिसाब से नहीं चल रहा है आपने जो पहल की है हम आपके साथ है।

एक पत्रकार ने मौलाना अजहरि के बारे में पूछा तो मौलाना के बारे में कुछ बात करने वाले हैं या उनको लीगल एड प्रोवाइड कराने वाले हैं

उसे पर इम्तियाज अली ने क्या कहा देखिए

हमने कुछ मुद्दे रखे हुए हैं उन मुद्दों के अंदर हम यह चाहते हैं कि देश के अंदर कुछ ऐसा कानून बने कि जहां पर कोई भी किसी भी जात धर्म या उस धर्म के जो महापुरुष है उनके बारे में कोई भी किसी तरह की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए और अगर होती है तो सख्त कानून उसके ऊपर होना चाहिए दूसरी हमने मांग की है कि यह जो राने टाइप के पिलवा छोड़े गए हैं।

इनके ऊपर कारवाई करेंगे या नहीं करेंगे आप आप यह समझ रहे हैं कि सिर्फ जबान उसके मुंह में है और हम गूंगे मुक्के और बहरे हैं हम कुछ बोल नहीं सकते करके बोलना हमें भी आता है लेकिन हमारी संस्कृति हमारी तहजीब और हमारा म इसकी इजाजत नहीं देता है।

हम किसी दूसरे मजहब के बारे में दूसरे धर्म के बारे में हम इस तरह की बयानबाजी करें

तीसरा हमने यह कहा जो है उन्होंने सिर्फ एक शेर पढ़ा था उस शेर के अंदर किसी जात का जिक्र नहीं था किसी धर्म का जिक्र नहीं था किसी इंसान के बारे में नहीं कहा गया था उस शेर की बुनियाद के ऊपर एक साल से ज्यादा का वक्त हो गया है वह जेल में है।

तो क्या इस तरह का कानून चलता रहेगा साहब कि जिसको जो बोलने की इजाजत हमने दिए है तो हम कुछ नहीं करेंगे और खास लोगों ने अगर जरा से अभी कुछ कर दे हम उफ भी कर देले तो हमारे पीछे पड़ जाएंगे और वह खुलेआम नंगा नाच कर रहे हैं उसके ऊपर कोई कारवाई नहीं करेंगे तो हम चले हैं मुंबई की तरफ जाके तो संविधान देंगे उन्हें याद दिलाएंगे कि साहब इससे क देश च से लोग आपकी रैली में मुझे नहीं पता है लेकिन मैंने पहली मर्तबा यह कहा था कि महाराष्ट्र के इतिहास के अंदर इतनी बड़ी रैली नहीं होगी करके आप नासिक के बाद देखेंगे मैं यकीन के साथ कह सकता हूं।

इम्तियाज जलील और काफिला

हिंदुस्तान की तारीख के अंदर इतनी बड़ी रैली नहीं निकली होग जो आज आपा मंदाना पथ डीजी सा मैडम ना और अहि ने कहा कि

ऐसा कानून बनाएं यह आवश्यक है

कि कोई भी व्यक्ति किसी भी जाति का हो धर्म या महापुरुष का अपमान न करें महाराष्ट्र में टाइप ए अक्सर पाया जाता है तो इसके लिए कानून बनाने की जरूरत है केंद्र और राज्य भी है दूसरे एम में भी यह रन नितेश राणा टाइप बयान और ऐसे कई लोग जो

मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर इस्लाम पर संत रामगिरी ने टिप्पणी की है उसकी टिप्पणी के खिलाफ मुस्लिम संगठनों में गुस्सा है और एआईएमआईएम नेता इमतियाज जलील पूरे काफिले के साथ मुंबई पहुंच गए लेकिन मुंबई की सीमा पर पुलिस ने उनके लश्कर को रोका जहां इमतियाज जलील ने अपने अंदाज में चेतावनी दे डाली साथ ही महाराष्ट्र सरकार के सामने चार मांगे रख दी रामगिरी को गिरफ्तार किया जाए किया जाए नितीश राणे के खिलाफ भी एक्शन लिया जाए किसी धर्म के खिलाफ बोलने वालों पर सखत कानूनी कारवाई हो

मुंबई AIMIM दफ्तर में बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने कार्यकर्ताओं से खिताब करते हुए कहा

कि “महाराष्ट्र सरकार को एक क़ानून बनाना चाहिए कि अगर कोई व्यक्ति किसी धर्म खिलाफ गलत बोलेगा तो उसे पर सिर्फ FIR बल्कि गिरफ्तार भी किया जाएगा।

@asadowaisiofficial

इम्तियाज जलील और काफिला लाखों गाड़ियां करोड़ों लोग शामिल थे

@crazy_adi_1125

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